दोस्ती
विरानियां गुलो गुलज़ार हो गईं
सन्नाटों से महक बरसने लगी
दरोंदीवार खुशियों से चहकने लगी
के ये मौसम यकायक खुशनुमा हो उठा
बेजार दिल सुकून से भर उठा
एक अरसे बाद ये दिन आया है
जब मेरे यार ने मेरा कांधा थामा है
कुर्बा है तुझ पर ये जां मेरे दोस्त
कि तूने मुझे अपनी दोस्ती से नवाजा है
pujapuja
2/7/2022
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