चांद

चपल
चांद की
चंचल
चन्द्रिकायें
चमक रही
चहुँओर
चित्त
चुराये
चोरी चोरी
चिहुंके
चकवी संग
चकोर
    -- Puja Puja

Comments

  1. वाह. बहुत सुन्दर

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    1. बहुत आभार सुधा जी
      😘😘

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  2. वाह बहुत ख़ूब...👌👌👌👏👏👏

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    1. शुक्रिया अमित जी
      आभारी हूं

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  3. वाह !!! बेहद शानदार रचना ...सुंदर रचना

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    1. आभार नीतू जी
      आपकी सराहना से आत्मबल बढ़ा है
      😊😊

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  4. वाह्हह्ह...सुंदर शब्द संयोजन...👌

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    1. श्वेता जी आपकी सराहना के लिए दिल से आभार 😘😘

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