आँसू Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps - March 27, 2019 आँसू की तो नियति ही है बहना....बहते ही जाना मौसम-बेमौसम मौका-बेमौका ।। तानों के तंज हों या रिश्तों के रंज हों हृदय की कोमल दीवारों पर अपनों के दंश हों भर उठते हैं नयन, रुकते ही न... Read more